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ने.यु.के.सं बुनियादी कार्यक्रम - 2019-20

बेसिक वोकेशंस एवं सॉफ्ट स्किल्स में शिक्षा (ईबीवीएसएस)

पृष्ठभूमि

बेसिक वोकेशंस एंड सॉफ्ट सॉफ्ट्स में शिक्षा का लक्ष्य ग्रामीण युवा महिलाओं और पुरुषों मंे बेसिक वोकेशंस एवं सॉफ्ट स्किल्स विकसित करने की शिक्षा देना है और समाज में अपने आत्म सम्मान को बढ़ाने के साथ-साथ अन्य एजेंसियों से कौशल विकास प्रशिक्षण लेने के लिए मार्गदर्शन करना है। युवा महिलाओं और पुरुषों के अपने दैनिक जीवन में सामने आने वाली समस्याओं और समाधान कर उन मुद्दों और चिंताओं को दूर करने के लिए सशक्त बनाना भी है।

कार्यक्रम के तहत विचार की गई गतिविधियों का अनुक्रम युवाओं को समूहों में संगठित करना, उनके कौशल में सुधार करना, समर्थन सेवाओं की व्यवस्था करना, नेयुकेसं की वार्षिक कार्य योजना के दिशानिर्देशों में पहले उल्लेख किए गए प्रमुख केन्द्र बिन्दू क्षेत्रों पर जागरूकता और शिक्षा प्रदान करना है।

इसमें युवा महिलाओं एवं पुरूषो को अन्य एजेंसियों से कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए जागरूक करने पर अत्यधिक जोर दिया जाना चाहिए। ताकि वे धीरे-धीरे अपनी आजीविका के लिए आय उत्पन्न करने वाली इकाइयों को स्थापित करके अर्थपूर्ण रूप से व्यवसायी या स्वंव्यवसायी हो जाएं।

उद्देश्य

  • ग्रामीण युवाओं के व्यावसायिक कौशलों का उन्नयन तथा समाज में उनके आत्म सम्मान को बढ़ाना।
  • युवाओं को उनके दैनिक जीवन के मुद्दों तथा समस्याओं का सामना करने हेतु सशक्त बनाना।
  • युवाओं को अपना स्वयं का रोजगार अथवा आय अर्जन कार्यक्रम शुरू करने हेतु सक्षम बनाना।
  • उन्हें नए कौशल के बारे में जागरूक करना जिसके लिए बाजार में बढ़ती मांग है?

     
  • मौजूदा योजनाओं के तहत कौशल विकास प्रशिक्षण और क्रेडिट सुविधाओं तक पहुंच के लिए जागरूकता लाना।

 

प्रशिक्षण कार्यक्रमों की संख्या: जिले में जिला ब्लाकों की उपलब्धता के आधार पर नीचे दी गई तालिका के अनुसार।

श्रेणी
रू.21,000/- प्रति सेन्टर की दर से प्रति जिला कार्यक्रमों की संख्या धनराशि

शामिल किए जाने वाले प्रतिभागियों की संख्या न्यूनतम 25 प्रति कार्यक्रम

जिला जिसमें 1-3  ब्लाॅक हैं।
6
1,26,000/-
150
जिला जिसमें 4-5 ब्लाॅक हैं।
6
1,26,000/- 150
जिला जिसमें 6-10 ब्लाॅक हैं।
6
1,26,000/- 150
जिला जिसमें 11-15 ब्लाॅक हैं।
8
1,68,000/- 200
जिला जिसमें 16 एवं अधिक ब्लाॅक हैं।                    9 1,89,000/- 225

प्रति कार्यक्रम प्रतिभागियों की संख्या

  • एक प्रशिक्षण समूह में प्रतिभागियों की संख्या कम से कम 25 होनी चाहिए। (80 प्रतिशत् महिलाएॅ और 20 प्रतिशत् पुरूष)
  • जिले की प्रेरित, जरूरतमंद, बेरोजगार ग्रामीण/अर्द्ध-शहरी युवाओं का चयन किया जाना चाहिए।
  • युवा मंडल सदस्य, पूर्व-एनएसवी/एनवाईवी तथा ने.यु.के. कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लेने वालों को वरीयता दी जानी चाहिए।
  • अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक, विधवा, आर्थिक दृष्टि से पिछड़ी तथा निर्धन/बेघर वर्ग की महिलाओं का चयन के समय ध्यान रखा जाना चाहिए।
  • चुने गए प्रतिभागी कम से कम समझने, पढ़ने तथा लिखने की स्थिति में होने चाहिए।

अवधि:

  • व्यवसाय की अवधि तकनीकी विशेषज्ञ, संस्था या अनुदेशक की सलाह से निर्धारित की जायेगी तथापि कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अधिकतम अवधि 03 माह से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अवधि चुने गए ट्रेड और व्यवसाय पर निर्भर होगी।
  • इसलिए युवा समन्वयक को चुने गए ट्रेड और व्यवसाय हेतु अवधियां संबंधित तकनीकी विशेषज्ञों अथवा संस्थाआंे के साथ परामर्श से तय करनी चाहिए।
  • व्यवसाय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम इस प्रकार चलाया जाये कि यह इबीवीएसएस बजट सीमा के अंदर ही रहे लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि आवंटित प्रतिभागी उतने ही रहें।

इबीवीएसएस के संचालन हेतु रणनीति

  • युवा समन्वयक ट्रेड्स तथा व्यवसायों की पहचान एक ओर ग्रामीण महिलाओं की स्थानीय जरूरतों के आधार पर और दूसरी ओर कच्चे माल तथा बाजार की उपलब्धता के आधार पर करेगा।
  • ने.यु.के. जिले के भीतर कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम केवीके‘, कृषि विश्वविद्यालयों, विकास अभिकरणों, एनजीओ तथा संस्थानों के प्रशिक्षकों की सहायता से कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। प्रशिक्षकों को भी नेहरू युवा. केन्द्रों में मानक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए बुलाया जा सकता है।
  • यदि अपेक्षित है, युवा समन्वयक को युवाओं को जिले से बाहर स्थित प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थानों में भेजने की आजादी होगी, यदि किसी विशेष ट्रेड या व्यवसाय में जिले में सुविधा उपलब्ध नहीं है। तथापि, ने.यु.के. द्वारा कोई टीए/डीए नहीं दिया जाएगा तथा यह निर्धारित बजट के भीतर तथा कार्यक्रम हेतु दिशानिर्देशों के अनुरूप होना चाहिए। इस हेतु, आवश्यकतानुसार स्थानीय संसाधन जुटाए जा सकते हैं। बहरसूरत, ऐसे व्यवस्थित कार्यक्रम के दौरान युवाओं को ने.यु.के.सं द्वारा चिन्हित मुद्दों एवं मुख्य फोकस क्षेत्रों की तथा पिछले पृष्ठों पर दिए दिशानिर्देशों की जानकारी दी जानी चाहिए।
  • प्रशिक्षक अधिमानतः कौशल प्रशिक्षण प्रदाता अभिकरणों, विभागों तथा एनजीओ से लिए जाने चाहिए।
  • बेसिक वोकेशन एवं साफ्ट स्किल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पाठ्यचर्या कौशल प्रशिक्षण प्रदाता अभिकरणों तथा मास्टर प्रशिक्षकों के साथ परामर्श से कार्यक्रम प्रारंभ होने से पर्याप्त पूर्व तैयार किया जाना चाहिए।

बेसिक वोकेशन एवं साफ्ट स्किल में शिक्षा हेतु सेक्टर, ट्रेड तथा व्यवसाय
निम्नलिखित सेक्टर, ट्रेड तथा व्यवसायों (सूची केवल संकेतात्मक है) पर बल दिया जा सकता है।

क्र. सं. सेक्टर प्रस्तावित व्यवसाय
1. कृषि मशरूम खेती, मधुमक्खी पालन, औषधीय पौघों की खेती, बागबानी, पुष्पकृषि, वर्मीकल्चर, बैकयार्ड सब्जी कृषि
2 डेरी कार्य छोटे दुधारू/डेरी पशु (भैंस, गाय) प्रजनन इकाइयां, दुग्ध एकत्रीकरण एवं विक्रय, दुग्ध प्रसंस्करण (घी, पनीर, खोया)
3. पशुपालन मांस/ऊन के लिए बकरी/भेड़ प्रजनन, बैकयार्ड पोल्ट्री एवं देसी पक्षी (बत्तख, कोयल), सूअर पालन, खरगोश प्रजनन इत्यादि
4. मत्स्य पालन मत्स्य प्रजनन/छोटे तालाबों में बीज उत्पादन, मत्स्य प्रसंस्करण (शुष्कन, मत्स्य अचार), मछली पकड़ने के जाल बनाना तथा मरम्मत, मत्स्य चारा उत्पादन, छोटी उत्पत्तिशालाएं, मजदूरी रोजगार (चारा, पहरा एवं निगरानी, तालाबों की खरपतवार सफाई, संचयन)
5. हथकरघा बुनाई, प्रसंस्करण (डाईंग, ब्लीचिंग, मर्सराइजिंग), पैकेजिंग
6. हस्तशिल्प हस्तशिल्प की वस्तुएं बनाना, प्रसंस्करण गतिविधियंा (पालिश करना, रंग करना)
7. रेशम उत्पादन शहतूत की खेती, कोकून प्रजनन, यैम की रीलिंग
8. सामाजिक वानिकी तथा वन आधारित गतिविधियां पौधशालाएं तैयार करना, वन भूमि/परती भूमि पर वन प्रजातियों की खेती, गौण वनोपज एकत्र करना (गोंद, बेरी, औषधीय/हर्बल उत्पाद, मधु)
9. खाद्य प्रसंस्करण जैम, जेली, मुरब्बा, पेठा, चिप्स/वेफर्स, नूडल्स, पापड़, अचार, बेकरी उत्पाद बनाने के लिए फल और सब्जी प्रसंस्करण
10. स्थानीय रूप से उपयुक्त अन्य कोई खंड बुनाई, कशीदाकारी, जरदोजी कार्य, फिनिशिंग, कटिंग और टेलरिंग, साॅफ्ट टाॅयज, बांस/जूट कार्य: हैंड बैग, टोकरी, सजावटी पीस, फाइल कवर, ब्यूटी कल्चर, मोमबत्ती निर्माण, गृहोपयोगी वस्तुओं की पैकेजिंग तथा पेंटिंग, कम्प्यूटर और मोबाइल मरम्मत इत्यादि

सहयोगी अभिकरण

  • संस्थान जैसेकि लघु उद्योग, एनसीवीटी, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन प्रशिक्षण प्रदाता, टेलरिंग संस्थान, केवीके, केवीआईसी, एसजीएसवाई, डीआरडीए (उदाहरणार्थ आजीविका), डीआईसी, समुदाय पोलिटेक्नीक, जेएसएस, आईटीआई, डब्ल्यूसीडी तथा कृषि विश्वविद्यालय विस्तार सेवाएं और जिला स्तर पर अन्य अनेक को संबद्ध कर प्रशिक्षण को कारगर तथा लाभप्रद बनाया जा सकता है।
  • युवा समन्वयक को प्रशिक्षुओं के स्वरोजगार के लिए जिला प्रशासन, बैंकों, नाबार्ड, औद्योगिक और वित्तीय संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए।

बजट प्रति कार्यक्रम

तीन माह की अवधि के पाठ्यक्रमों हेतु बजट:

विवरण ब्योरा राशि (रू. में)
प्रशिक्षकों को मानदेय रू. 5000 प्रति माह के लिए 15,000
कच्चा माल तथा अनुरक्षण रू. 1500 प्रति माह के लिए 4,500
संगठन खर्चे     1,500
योग   21,000

इबीवीएसएस केन्द्रों का निरीक्षण

राज्य निदेशक अथवा उनके प्रतिनिधि द्वारा इन केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया जाना चाहिए। जिला युवा समन्वयक को कार्यक्रम के दौरान कम से कम एक या दो बार दौरा करना चाहिए।

परिमाणयोग्य गतिविधियों पर कार्यक्रम का प्रभाव

  • ग्रामीण महिलाओं एवं पुरुषों में आत्म विश्वास एवं सम्मान में वृद्धि।
  • सामाजिक व्यवहारों की पारंपरिक प्रणाली में धीरे धीरे तथा आमूल-चूल परिवर्तन (पारिवारिक प्रतिबंध घर के अंदर रहें)।
  • राष्ट्र निर्माण में प्रतिभागिता और आय सृजन हेतु जिम्मेदारी की भावना।
  • जागरुकता, शिक्षा और केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों सुविधा और सरकार, गैर-सरकारी संस्थाओं और अन्य विभागीय संस्थाओं के कार्यक्रमों तक पहुंच को बढ़ाना।
  • गांव, जिला, कमिश्नरी, राज्य तथा देश के किसी अन्य भाग में भिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु आत्म प्रेरण तथा सक्रियता।
प्रधान कार्यालय: नेहरू युवा केन्द्र संगठन, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय (भारत सरकार)
4 - जीवन दीप भवन, संसद मार्ग, भूतल, दिल्ली - 110 001 (भारत)
दूरभाष : 91-11-23442800

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